विक्रेता संपत्ति बेचने से इनकार कर दे: कानूनी समाधान।
विक्रेता संपत्ति बेचने से इनकार करे: कानूनी समाधान।
भूमिका:
अगर आपने किसी संपत्ति को खरीदने के लिए विक्रेता के साथ समझौता किया है, एडवांस राशि दी है,
और फिर भी विक्रेता संपत्ति बेचने से इनकार कर रहा है,
तो यह आपके लिए एक कठिन परिस्थिति हो सकती है।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि ऐसी स्थिति में आपके पास कौन-कौन से कानूनी विकल्प उपलब्ध हैं।
साथ ही, हम सुप्रीम कोर्ट के एक महत्वपूर्ण निर्णय पर भी प्रकाश डालेंगे।
संभावित परिस्थितियाँ और उनके कानूनी समाधान:
1. जब सिर्फ एडवांस राशि दी गई हो, लेकिन कोई एग्रीमेंट साइन नहीं हुआ हो
अगर आपने संपत्ति खरीदने के लिए एडवांस राशि दी है लेकिन कोई लिखित समझौता (Agreement to Sell) नहीं हुआ है,
तो यह साबित करना कठिन हो सकता है कि विक्रेता ने वास्तव में संपत्ति बेचने का वादा किया था। ऐसी स्थिति में आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
लीगल नोटिस भेजें – विक्रेता को कानूनी नोटिस भेजकर अपने पैसे की वापसी की मांग करें।
रिकवरी सूट फाइल करें – यदि विक्रेता पैसा लौटाने से इनकार करता है, तो आप सिविल कोर्ट में “मनी रिकवरी सूट” दायर कर सकते हैं
और ब्याज सहित अपने पैसे की वापसी की मांग कर सकते हैं।
धोखाधड़ी का मामला दर्ज करें – अगर यह साबित होता है कि विक्रेता ने जानबूझकर धोखाधड़ी की है,
तो उसके खिलाफ IPC की धारा 420 के तहत मामला दर्ज करवाया जा सकता है।
2. जब एडवांस राशि दी गई हो और अनरजिस्टर्ड एग्रीमेंट हुआ हो :
अगर विक्रेता ने एक “Agreement to Sell” साइन किया है, लेकिन उसे रजिस्टर नहीं करवाया गया है, तो आपके पास निम्नलिखित विकल्प हैं:
सूट फॉर स्पेसिफिक परफॉर्मेंस फाइल करें – स्पेसिफिक रिलीफ एक्ट के तहत आप कोर्ट में याचिका दायर कर सकते हैं,
कि विक्रेता को संपत्ति आपके नाम पर रजिस्टर करने का आदेश दिया जाए।
डैमेज और कंपनसेशन की मांग करें – अगर विक्रेता संपत्ति बेचने से मना कर देता है,
तो आप एडवांस राशि के साथ-साथ अतिरिक्त मुआवजे की भी मांग कर सकते हैं।
लीगल नोटिस भेजें – अगर विक्रेता समझौते की शर्तों को मानने से इनकार करता है, तो सबसे पहले उसे लीगल नोटिस भेजना उचित रहेगा।
3. जब एडवांस राशि दी गई हो, एग्रीमेंट रजिस्टर किया गया हो, फिर भी विक्रेता संपत्ति बेचने से इनकार कर रहा हो
यदि “Agreement to Sell” रजिस्टर हो चुका है, तो आपके पास एक मजबूत कानूनी स्थिति होती है। आप निम्नलिखित कानूनी विकल्प अपना सकते हैं:
स्पेसिफिक परफॉर्मेंस सूट दायर करें –
ट्रांसफर ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट की धारा 53 A के तहत, यदि विक्रेता रजिस्ट्री करने से इनकार करता है,
तो कोर्ट विक्रेता को संपत्ति आपके नाम करने का आदेश दे सकता है।
कोर्ट विक्रेता को निर्देश दे सकता है कि वह रजिस्ट्री पूरी करे अन्यथा उसे दोगुनी राशि लौटानी पड़ेगी।
अस्थायी निषेधाज्ञा (Temporary Injunction) प्राप्त करें – आप कोर्ट से अनुरोध कर सकते हैं,
कि संपत्ति की बिक्री किसी अन्य व्यक्ति को रोकने के लिए अस्थायी निषेधाज्ञा दी जाए।
क्रिमिनल केस दर्ज करें – यदि विक्रेता ने जानबूझकर किसी अन्य पार्टी को संपत्ति बेच दी है,
तो आप IPC की धारा 420 और 463 के तहत उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण निर्णय
P. Ramswamy vs. B. Vijayalakshmi (11 अप्रैल 2022, सिविल अपील नंबर 2095/2022)
इस केस में सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण निर्णय दिया कि यदि कोई विक्रेता संपत्ति को बेचने के लिए “Agreement to Sell” कर चुका है
और एडवांस राशि ले चुका है, तो वह संपत्ति किसी अन्य को बेच नहीं सकता। इस केस में निम्नलिखित बिंदु महत्वपूर्ण थे:
यदि विक्रेता ने एडवांस राशि स्वीकार कर ली है और “Agreement to Sell” कर चुका है, तो वह संपत्ति किसी अन्य को नहीं बेच सकता।
अगर विक्रेता ने पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से किसी और को संपत्ति बेच दी है, तो वह बिक्री अवैध मानी जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि अगर विक्रेता स्वयं यह स्वीकार कर रहा है कि उसने एडवांस लिया है और “Agreement to Sell” किया है,
तो कोर्ट किसी और प्रमाण की मांग नहीं करेगा।
निष्कर्ष
अगर विक्रेता संपत्ति बेचने से इनकार करता है, तो आपकी स्थिति इस पर निर्भर करेगी कि आपके पास कितना मजबूत कानूनी आधार है।
यदि केवल एडवांस राशि दी गई है, तो पैसे की वसूली का दावा किया जा सकता है। यदि “Agreement to Sell” मौजूद है,
तो संपत्ति आपके नाम करने का आदेश कोर्ट से लिया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसलों को देखते हुए,
यदि आप सही कानूनी प्रक्रिया अपनाते हैं, तो आपको न्याय मिल सकता है।
अगर आपको किसी भी प्रकार की कानूनी सहायता की जरूरत हो, तो किसी अनुभवी वकील से परामर्श लेना हमेशा उचित रहेगा।